खून मे ऊबाल वो आज भी खानदानी है दुनिया हमारे शौक की नहीं, हमारे तेवर की दिवानी है!! हम दुश्मनों को भी बड़ी शानदार सजा देते हैं, हात नहीं �
खून मे ऊबाल वो आज भी खानदानी है दुनिया हमारे शौक की नहीं, हमारे तेवर की दिवानी है!! हम दुश्मनों को भी बड़ी शानदार सजा देते हैं, हात नहीं �